पंजाब के गांव-गांव नशा बिकने लगा, युवा नशे की ओवरडोज़ से मर रहे हैं
भारत के बॉर्डर राज्य पंजाब में काफी समय से नशे का कारोबार अपने पैर पसार रहा हैं। नशा माफिया ने अपना नेटवर्क इतना बढ़ा लिया हैं, जिसके चलते हेरोइन, स्मैक, चिटा, जैसे नशे शहरों व गाँवो के स्कूलों तक पंहुच चुका हैं। स्कूल – कालेज के कई लड़के लड़कियां नशे के आदी बन चुके हैं। अब तो हालात ऐसे बन गये हैं कि छोटे छोटे गाँवों और शहरों की गलियों में नशा बेचने वाले अपना कारोबार चला रहे हैं। नशे की ओवरडोज़ लेने से कई युवा लड़के – लड़कियां अपनी जान गवां बैठे हैं। आये दिन अखबारों में किसी न किसी शहर या गांव की ऐसी खबरें पढ़ने को मिलती हैं। पंजाब में नशा माफिया ने अपने अवैध धंधे में आम लोगों को जोड़ रखा हैं। इसमें छोटी उम्र से लेकर बड़ी उम्र के पुरुष व महिला पैसे के लालच के कारण जुड़े हुये हैं। ऐसे नशा स्पलाई करने वाले लोगों को देख कर किसी तरह का शक नहीं होता। पिछले दिनों पंजाब के इन्ही हालातों पर बनी फिल्म ‘ उड़ता पंजाब ‘ को देश विदेश के लोगों को देखा। युवा लड़के – लड़कियों व अन्य लोगों की नशा करने की आदत को छुड़वाने के लिए पूर्व सरकार ने राज्य में कई नशा मुक्ति सेंटर खोले। हाल ही में पंजाब पुलिस ने नशा माफिया के खिलाफ अभियान चला कर कई नशा सौदागरों और नशा स्पलाई करने वालों को पकड़ा। वर्तमान सरकार भी दावा कर रही हैं कि नशे के खिलाफ कारवाई की जा रही हैं। पुलिस जगह जगह छापेमारी की जा रही हैं। लेकिन इस सब के बावजूद हालात नहीं सुधर रहे।
अब तो रोज़ाना युवा लोग नशे के कारण मरने लगे हैं। हाल ही में गांव मरहाणा के 26 वर्षीय युवक सिकंदरजीत सिंह की नशे से मौत हो गई। शव के पास नशे का टीका भी मिला था। गांव से पता चला है कि करीब छह वर्ष के दौरान मरहाणा गांव के दो दर्जन से अधिक युवाओं की नशे के कारण मौत हो चुकी है। इसी तरह एक दिन पहले ही खडूर साहिब में ग्रंथी के इकलौते बेटे की नशे के कारण मौत हो गई थी। वहीं अमृतसर में नशे के कारण एक और परिवार के दो सगे युवा भाइयों की मौत हो गई। दोनों भाइयों की मौत के बाद पूरा ही परिवार बिखर गया है। पंजाब में सोशल मिडिया पर ऐसी कोई ना कोई वीडियो वायरल होती रहती हैं। इनमे लड़का या लड़की इन्जैकशन लगा कर नशे की डोज़ लेते दिखाई देते हैं। सोशल मिडिया में कई वीडियों ऐसे मौजूद हैं, जिनमें युवा लड़कियां नशे में देखी जा सकती हैं। सड़क, खेत या कार में किसी युवा की नशे की ओवरडोज़ से मृत्यु हो जाती हैं। आये दिन अखबारों में ऐसे समाचार देख डर लग रहा हैं। गांव के युवा लड़के – लड़कियों में बढ़ रही नशे की आदत से तंग आकर आम लोगों ने नशा माफिया के खिलाफ उठाना शुरू कर दिया हैं। पंजाब में फ़ैल रहे नशे की कारोबार को रोकने के लिए जल्दी सख्त कारवाई किये जाने की जरूरत हैं।
कभी खेलों, मेहनतकश, अच्छी कदकाठी वाले पंजाबियों के रूप में पूरी दुनिया के देशों में अपनी पहचान बनाने वाला पंजाब अब नशा माफिया की गिरफ्त में आ चुका हैं। बुद्धिजीवी पंजाब में युवाओं की नशे की बढ़ रही आदत के पीछे कुछ हद तक पंजाबी सिंगरों को भी मानते हैं। पिछले कुछ समय से कई पंजाबी सिंगरों ने अपने गानों में हथियार और नशीले पदार्थों के उपयोग करते द्रश्य को फिल्माया हैं। हथियार और नशीले पदार्थों के उपयोग को एक हाई फाई पंजाबी लाइफ से जोड़ा जाता हैं। इस सब को भी गंभीरता से लिया जाना बहुत जरुरी हैं। सोशल मिडिया पर इस तरह पंजाबी गानों की भरमार हैं। युवाओं पर गानों के पड़ने वाले प्रभाव को अनदेखा नहीं किया जा सकता।
पंजाब के गली मोहल्ले और गांवों में कहीं भी नशा बिकता हैं, इसके बारे में आस पास के इलाके में रहने वाले सभी परिवारों को पता होता हैं। नशे के अवैध कारोबार के चलते कई शहरी मोहल्ले व गांव बदनाम हो चुके हैं। आम परिवारों का ऐसे इलाकों में रहना मुश्किल हो गया हैं। जब कोई नशा बेचने वाले के खिलाफ आवाज उठाता हैं तो उससे मारपीट की जाती हैं। परिवार की सुरक्षा को देखते हुये कोई भी आम व्यक्ति नशा बेचने वालों के खिलाफ आवाज़ उठाने की हिम्मत नहीं कर पाता। आज हर माँ-पिता को अपने बच्चों की चिंता रहती हैं। उनको यहीं डर लगा रहता कि कहीं लाड़ला बेटा या लाड़ली बेटी को नशे की आदत ना पड़ जाये। जब बेटा या बेटी घर से बाहर जाती हैं, तो उनके वापिस ना आने तक चिंता में रहती हैं। वैसे तो चुनावों मौसम में हर राजनितिक पार्टी के नेता रैलियों में पंजाब से नशा खत्म कर देने के दावे करते रहते हैं। सरकार आते ही पार्टी का पहला काम नशा माफिया से जुड़े लोगों को जेलों में डाला जायेगा। हर शहर – हर मोहल्ले – हर गांव में होने वाली रैलियों में ऐसे दावों को करते नेता बड़े बड़े भाषण देते हैं। ऐसे बहुत से भाषण सोशल मिडिया में मौजूद हैं। चुनाव में जीत मिल गई, बहुमत वाली सरकार बन गई। बस उसके बाद कोई भी नेता नशा खत्म करने वाले पुराने दावों पर बात तक नहीं करना चाहता। राज्य में जैसे पहले नशा बिकता था, वैसे ही वर्तमान में नशा बिकता रहता हैं। नशा माफिया दिन प्रतिदिन अपना कारोबार बढ़ा रहा हैं। इस सबके लिए नये-नये तरीके अपनाये जाते हैं।