पंजाब का माहौल खराब करने की गहरी साजिश ?
सोशल मीडिया में लंबे समय से भटकाया जा रहा हैं ?
पंजाब में रहने वाले लोगों ने पिछले बीते सालों में बहुत नुकसान झेला हैं। हजारों परिवारों ने अपने पारिवारिक सदस्यों को खो दिया हैं। जिनको याद कर आज भी परिवार रो पड़ते हैं। वह दौर बहुत खतरनाक था। पता ही नहीं लगता था कि कब कर्फ्यू लग जाता था। रोजाना दिन चर्या के चलते बाजार खुले होते थे, हर कोई अपनी जरूरतमंद चीजें खरीद रहा होता था। तभी अचानक ही कर्फ्यू का सायरन बजने लगता। दुकानों के शटर गिरने लगते। उस समय जो यहां पर होता, वही पर छिप जाता। दूसरी तरफ जब कर्फ्यू का पता चलता तो परिवार वालों की चिंता बढ़ जाती थी। जब तक पारिवारिक सदस्य घर नहीं आ जाता , तब तक परिवार वालों को चैन नहीं आता था। उस समय सोशल मीडिया नहीं होता था। जिस कारण परिवार की चिंता कई घंटो तक रहती थी। कई बार तो कर्फ्यू के कारण किसी जगह फंसा व्यक्ति दूसरे या तीसरे दिन घर में पहुँच पाता था। पंजाब का कारोबार बंद हो गया था, फैक्टरियां राज्य से चली गई। आज जो बुजुर्ग या जिन लोगों ने वह दौर देखा हैं, उनके दिलों दिमाग पर फिर से चिंता उजागर हो रही हैं। बुजुर्गों से ऐसे खतरनाक माहौल के बारे में सुनकर ही डर लगता हैं। पंजाब के उस खतरनाक माहौल ने कई माताओं के बेटे, कई पत्नियों के पति, कई बहनों के भाई मर गये। इतना बड़ा नुकसान झेलने वाले पंजाबियों को सचेत होना चाहिये।
आज एक बार फिर पंजाब का माहौल खराब करने के लिए बहुत गहरी साजिश रची जा रही हैं। पंजाब में अब अलग-अलग तरीकों से साजिश शुरू हो चुकी हैं इस में सोशल मीडिया का लंबे समय से प्रयोग किया जा रहा हैं। सोशल मीडिया में बहुत बड़ी संख्या में शरारती तत्व सक्रिय हैं। ऐसे लोग सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफार्म पर अपनी असली पहचान छिपाते हुये फेक आई डी बनाते हैं। उसी फेक आई डी से भटकाने वाले पोस्ट डालते हैं। इस सब से अनजान लोग उसी पोस्ट को बिना सोचे समझे अपनी फ्रैंड लिस्ट में डालते रहते हैं। शरारती तत्व सोशल मीडिया को एक हथियार के रूप में प्रयोग कर रहे हैं। कई ऐसे लोगों ने यूट्यूब में अपने चैनल बना रखे हैं। किसी भी बिना जवाबदेही के किसी भी मामले को भटकाने वाली रंगत देते रहते हैं। यह भी देखा जा रहा हैं, कि उनको घटित घटना की कोई जानकारी नहीं होती। लेकिन वह भी लोगों को भटकाने की मंशा से सोशल मीडिया पर अपने विचार रख रहा होता हैं। यहाँ सोशल मीडिया ने बहुत से लोगों को रोजगार दिया हैं। आम लोगों का ज्ञान बढ़ाने में भी सोशल मीडिया का बहुत बड़ा रोल हैं। आज दूसरी तरफ सोशल मीडिया में बहुत से ऐसे लोग हैं जो पंजाब में धार्मिक भावनाओं को भटकाने में अपना रोल अदा कर रहे हैं। सोशल मीडिया में आपराधिक विचार वालों की हिमायत करने वालों की कोई कमी नहीं हैं। आज कई सूझवान सोशल मीडिया में अपने लाइक बढ़ाने के लिए पंजाब के माहौल को खराब करने वाले रोजाना पोस्ट डालने में सक्रिय हैं।
एक बार फिर से पंजाब में अलग-अलग धर्मों के कटटरपंथी अपनी प्लानिंग के चलते मीडिया में ब्यान दे रहे हैं। पंजाब में पिछले कई महीनों से अजीब सा माहौल बनाया जा रहा हैं। अगर पंजाब में चल रही गतिविधियों को गंभीरता से स्टडी किया जाये, तो आने वाला समय कई तरह की शंका पैदा करता हैं। हम सब पंजाबियों को बहुत ही ज्यादा सोच समझ कर चलना होगा। हमें शरारती तत्वों की साजिश भरी अफवाहों से बचना होगा। आज के समय में आम लोगों में भी सोशल मीडिया का काफी क्रेज बढ़ता ही जा रहा हैं। अनपढ़ और भोलेभाले लोग भी सोशल मीडिया में पुरी तरह से सक्रिय हैं। सोशल मीडिया में शरारती तत्वों के लिये आम लोगों को भटकाना बहुत आसान होता हैं। हालाँकि पढ़े लिखे लोग भी शरारती तत्वों की साजिश को समझ नहीं पा रहे हैं। पंजाब में जब भी कोई घटना होती हैं तो उसी समय शरारती तत्व अफवाहें फ़ैलाने में सक्रिय हो जाता हैं। मौजूदा समय में सोशल मीडिया में धर्मों के कट्टरपंथियों के भटकाने वाले भाषणों की भरमार हैं। रोजाना एक धर्म का कोई कटटरपंथी दूसरे धर्म की निंदा करते हुये अपना वीडियो सोशल मीडिया में अपलोड कर देता हैं। सोशल मीडिया के अलग अलग प्लेटफार्म पर ऐसे कट्टरपंथियों की संख्या बहुत ज्यादा हैं। इसी तरह सोशल मीडिया पर अपनी पहचान छिपाने वाले लोग दूसरे धर्म के लोगों को गालियां दे रहे हैं। कोई अनजाने में ऐसे भटकाने वाले पोस्ट को आगे शेयर कर देता हैं। कई शरारती किस्म के लोग मौके पर ऐसे भटकाने वाले पोस्ट कैरेट करते हैं। सोशल मीडिया में अलग-अलग साजिश के चलते पंजाब के लोगों में भय का माहौल पैदा किया जा रहा हैं। हैरानीजनक बात तो यह हैं कि इस तरह के कई ऐसे लोग अपने आपको सोशल मीडिया पर एक बुद्धिजीवी के रूप में पेश करते हैं। आज कल सोशल मीडिया पर रोजाना मिनटों-सिकंटो में कई बुद्धिजीवी पैदा हो रहे हैं। अब सोशल मीडिया में आजादी और गुलामी के नाम पर खतरनाक खेल खेला जा रहा हैं। पंजाब के लोगों को नफरत भरी और भय पैदा करने वाली विचारधारा से दूरी बनाने पड़ेगी। कहीं ऐसा ना हो ऐसे बुद्धिजीवियों की आपसी भाईचारे में भेदभाव पैदा करने वाली विचारधारा धीरे-धीरे कामयाब हो जाये। आज के समय में तनावपूर्ण वातावरण किसी भी धर्म, किसी भी परिवार और किसी भी देश के लिये ठीक नहीं हैं। सभी पंजाबियों को सचेत रहने की जरूरत हैं। पंजाब में नफरत भरी विचारधारा को फ़ैलाने से रोकना होगा।