गुजरात का मोरबी पुल हादसा बड़ी साजिश ?
130 से ज्यादा लोगों की दर्दनाक मौत
गुजरात के मोरबी शहर में मच्छू नदी पर रविवार को बना ब्रिज टूटने से बड़ा हादसा हो गया। इस हादसे में अब तक 130 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है। अभी भी कई लोग लापता बताये जा रहे हैं। हादसे के वक्त ब्रिज पर ज्यादा तादाद में लोग मौजूद थे। सैंकड़ों परिवारों में मातम पसरा हुआ है और सैंकड़ों परिवार अपनो की सलामती की दुआ मांग रहे हैं। हादसे में किसी ने औलाद खो दी, किसी ने जीवन साथी। किसी की कोख में ही उसकी औलाद की कब्र बन गई। किसी के अपने उसकी आंखों के आगे डूब गए। कहीं मासूम परिवार में अकेला बचा, तो किसी के घर से एक साथ कई अर्थियां उठीं। इस हादसे में 70 लोग इसमें घायल हुए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा हैं। दूसरी तरफ 50 से भी ज्यादा लोग अभी लापता बताए जा रहे हैं, जिन्हें तलाशने के लिए पुलिस, थल सेना, नौसेना, वायु सेना, एनडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, एसडीआरएफ की टीमें लगी हुई हैं।
पुल गिरने के बाद कई सवाल खड़े हो रहे है कि आखिर मोरबी पुल कैसे गिरा ? क्या मोरबी पुल के हादसे के पीछे कोई बड़ी साजिश हैं ? मोरबी पुल हादसे के समय भारी भीड़ कारण बनी ? इस हादसे में कौन जिम्मेदार है ? हादसे के बाद सवाल तो बहुत खड़े हो चुके हैं। जिनके जबाव शायद ही मिल पाये। लेकिन यह सच हैं कि इस मोरबी पुल हादसे ने कई परिवारों को जीवन भर के लिये जख्म दे दिये हैं। यह जख्म कभी भी भरे नहीं जा सकते। गुजरात का मोरबी पुल करीब एक सदी पुराना है, जिसे हाल ही में मरम्मत के बाद पांच दिन पहले ही जनता के लिए फिर से खोला गया था। मार्च महीने में मोरबी स्थित ओरेवा ग्रुप (अजंता मैन्युफैक्चरिंग प्राइवेट लिमिटेड), जो ई-बाइक भी बनाती है। इस कंपनी को नगर पालिका द्वारा पुल के रखरखाव और प्रबंधन का ठेका दिया गया था।
गुजरात में मच्छू नदी पर बने सस्पेंशन पुल (जिसे झूलता पूल कहा जाता है) को 26 अक्टूबर को ही खोला गया था। इस दर्दनाक हादसे के बाद जो जानकारी सामने आई, उससे पता चलता हैं कि इस पुल को मोरबी नगरपालिका से फिटनेस प्रमाण पत्र नहीं मिला है और पर्यटकों के लिए 26 अक्टूबर (गुजराती नव वर्ष दिवस) पर फिर से खोल दिया गया। गुजरात के मोरबी पुल की मरम्मत का काम 6 महीनों तक चलता रहा, पुल की मरम्मत पर करीब 2 करोड़ रुपये खर्च हुए। इस पुल की मेंटिनेंस की जिम्मेदारी वर्तमान में ओधवजी पटेल के स्वामित्व वाले ओरेवा ग्रुप के पास है। इस ग्रुप ने मार्च 2022 से मार्च 2037 यानी 15 साल के लिए मोरबी नगर पालिका के साथ एक समझौता किया था, इस समझौते के आधार पर ही इस पुल के रखरखाव, सफाई, सुरक्षा और टोल वसूलने जैसी सारी जिम्मेदारी ओरेवा ग्रुप के पास है। हैरानी वाली बात तो यह हैं कि बिना किसी की अनुमति के 26 अक्टूबर को इस पुल को फिर से खोला गया था और वहीं पुल 30 अक्टूबर को सैंकड़ों लोगों की मौत का कारण बन गया। मोरबी नगरपालिका के अधिकारियों ने मिडिया को बताया कि कंपनी ओरेवा ने पुल खोलने से पहले फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं लिया था। अभी इस ब्रिज का फिटनेस सर्टिफिकेट और सरकार के तीन एजेंसियों के द्वारा जांच होना बाकी था।
जिंदल ग्रुप ने इस ब्रिज की 25 साल की गारंटी दी थी। दीपावली में जय सुख भाई पटेल ने अपनी पौती के हाथों इस ब्रिज का उद्घाटन करवाया था। हालांकि ब्रिज पर एक साथ 100 लोगों को चढ़ने की परमिशन थी, लेकिन हादसे के वक्त ब्रिज पर 500-700 लोग मौजूद थे। उस समय मोरबी का पुल इतना बोझ नहीं झेल सका। लोगों की भारी भीड़ के कारण पुल टूटकर नदी में गिर गया और पुल पर मौजूद सभी लोग नदी में गिर गये। हर तरफ चीख पुकार का माहौल बन गया। पुल टूटने से लोग एक दूसरे के ऊपर गिरने से कई दब जाने से मर गये। जो तैरना जानते थे, वह किसी तरह से बच गये। ज्यादा तर लोग गहरे पानी में डूब गये। ब्रिज टूटने के बाद कई लोग बीच में भी फंस गए। हादसे में बड़ी संख्या में लोगों की जान चली गई है। सोशल मिडिया में हादसे की तस्वीरें और वीडियो सामने आ रही हैं जो दिल दहला देने वाली हैं। गुजरात सरकार ने हादसे की जांच करने की जिम्मेदारी एसआईटी को दी है। पुलिस-प्रशासन, सेना की टीमें, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और भारतीय वायु सेना के जवान मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हुये है। अभी भी मलबे के बीच फंसे लोगों की तलाश की जा रही हैं।
गुजरात के मुख्यमंत्री ने हादसे के बाद कल ही एक हाई पावर कमेटी का गठन किया था। विभिन्न स्थानों पर तैनात सभी अधिकारियों को जल्दी से जल्दी मोरबी पुल हादसे की रिपोर्ट देने को कहा गया है। रेंज आईजीपी के नेतृत्व में कई अधिकारी हादसे की जांच कर रहे है। आपराधिक मामला दर्ज किया गया है। राजकोट से भाजपा सांसद मोहन कुंडरिया के मुताबिक घटना को गंभीरता से लिया गया हैं। हर तरह के बचाव कार्य जारी है। बताया गया हैं कि अभी तक बरामद शवों में बच्चे, महिला और वृद्ध ज्यादा हैं। हादसे के पीड़ित परिवारों के लिये मोरबी जिला प्रशासन ने हेल्पलाइ नंबर- 02822 243300 जारी किया है। इस सब के चलते अभी भी कई लोग लापता हैं। हादसे के बाद लापता हुये लोगों के परिवार वाले फोटो हाथों में लेकर घटना स्थल और हस्पताल के चक्कर लगा रहे हैं। हादसे में मारे गये लोगों के परिवार वालों का दर्द देखा नहीं जा रहा। बहुत से परिवार ऐसे हैं, जिनके एक से ज्यादा लोग हादसे में मारे जा चुके हैं। इस हादसे में मोरबी इलाके के काफी बड़ी संख्या में लोग भी अपनी जान गंवा चुके हैं।
जिन परिवारों ने मोरबी पुल हादसे में अपनों को खो दिया वह तो दुखी हैं। जिन चश्मदीद लोगों ने हादसे के समय नदी में डूब रहे कुछ लोगों को बचाया, उनका भी कहना हैं कि इस दर्दनाक हादसे को जीवनभर नहीं भुला पायेंगे। हादसे के वक्त एक चश्मदीद के मुताबिक उन लोगों ने जब पुल टूटा हुआ देखा तो वह तुरंत दौड़े और 8 की जान बचा पाये। बड़े लोग पुल की रस्सी के सहारे बाहर निकले, लेकिन छोटे बच्चे नदी से बाहर नहीं निकल पाए। रेस्क्यू में लगे NDRF कमांडेंट वीवीएन प्रसन्न कुमार ने भी मिडिया में कहा कि हमने इतनी मौतें पहली बार देखी हैं। अक्सर ऐसा नाव पलटने पर होता है। इस हादसे में हलीमाबेन नामक महिला के परिवार के 6 लोग उसकी आंखों के सामने हादसे का शिकार हो गए। इसी तरह जलिया देवानी गांव का रूपेश अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ पुल देखने गया था। हादसे में रूपेश ब्रिज की केबल पकड़ने से बच गया, जबकि पत्नी अपने तीनों बच्चों को खोजने गई लेकिन कीचड़ में धंसकर जान गंवा दी। इस हादसे में रुपेश के सामने पत्नी और तीन बच्चों की मृत्यु हो गयी। मोरबी में रहने वाले हार्दिक फलदू पत्नी मिरल और चार साल के बेटे जियांश के साथ रविवार की शाम घूमने निकले थे। शाम करीब 6 बजे तीनों ब्रिज पर पहुंचे और कुछ ही देर बाद ब्रिज टूट गया। उसके बाद तीनों नदी में गिर गए। हादसे में हार्दिक और पत्नी मिरल की मौत हो गई। लेकिन डूब रहे जियांश को किसी ने बचा लिया। इस हादसे में जियांश की जान तो बच गई, लेकिन अब उसके सिर पर माता-पिता का साया नहीं रहा।
1metaphor
design coursework https://brainycoursework.com/
coursework writing uk https://courseworkninja.com/
database coursework https://writingacoursework.com/
coursework writer uk https://mycourseworkhelp.net/
coursework history https://courseworkdownloads.com/
coursework writing https://courseworkinfotest.com/
design coursework https://coursework-expert.com/
coursework resources https://teachingcoursework.com/
coursework writing https://buycoursework.org/
coursework plagiarism https://courseworkdomau.com/
single woman dating for free https://freewebdating.net/
dating for singles https://jewish-dating-online.net/
local singles near me free https://jewish-dating-online.net/
free se4x https://free-dating-sites-free-personals.com/
dating top sites https://sexanddatingonline.com/
meet women locally https://onlinedatingsurvey.com/
relationship website https://onlinedatingsuccessguide.com/
free dating net https://onlinedatinghunks.com/
free dating site for usa https://datingwebsiteshopper.com/
plentyoffish dating sites https://allaboutdatingsites.com/
dating websites for free https://freewebdating.net/