भारत का युवा विदेश में अपना भविष्य देख रहा हैं
सिस्टम में फैल चुका भ्रष्टाचार बड़ा कारण
भारत देश के कई राज्यों में विदेश जाने का रुझान बढ़ता जा रहा हैं। विदेशों में जा कर अपना भविष्य बनाने का जनून इतना ज्यादा हो गया हैं, लोग किसी भी तरह विदेश जाना चाहते हैं। पंजाब राज्य में कुछ बर्षों से कनाडा, अमरीका, आस्ट्रेलिया जैसे देशों का क्रेज बढ़ा हैं। देश के लोगों को भारत में अपना भविष्य दिखाई नहीं दे रहा। आज का युवा भारत के सिस्टम व बेरोजगारी को देखते हुये विदेश में पढ़ाई करना चाहता हैं। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण रोजगार हैं। देश के सिस्टम में आरक्षण इतना ज्यादा प्रभावशाली हो गया हैं। सबसे पहले एक स्टूडैंट को स्कूल की शिक्षा अच्छे अंकों से पास करने के बाद किसी टॉप कालेज या यूनिवर्स्टी में एडिमशन नहीं मिलता। देश में जाति आरक्षण का सिस्टम समस्या बन जाता हैं। आरक्षण के कारण कम अंक लेने वाले स्टूडैंट को बड़ी आसानी से एडिमशन मिल जाता हैं। जरनल कैटेगरी वाले स्टूडैंट को एडिमशन के लिए मोटी रकम देनी पड़ती हैं। अगर किसी तरह वह एडिमशन भी लेता हैं। अपनी स्टडी अच्छे अंकों में पूरी करने के बाद भी आम युवा को नौकरी मिलना आसान नहीं हैं।
दूसरी तरफ आरक्षण कैटेगरी में आने वाले युवा को आसानी से सरकारी नौकरी मिल जाती हैं। अच्छे अंक लेने वाला युवा हाथों में डिग्रियां लिये नौकरी ढूढ़ता रहता हैं। देश में ज्यादातर युवाओं में सरकारी नौकरी का क्रेज़ हैं। नौकरी पाने की कोशिश साल भर साल चलती रहती हैं। सिस्टम में फ़ैल चुके भ्रष्टाचार के कारण बिना रिश्वत के नौकरी नहीं मिल पाती। सरकारी विभाग में कोई भी काम बिना रिश्वत नहीं होता। सरकारी विभाग में आपकी फाईल एक टेबल से दूसरे टेबल पर तभी जाती हैं , जब आप हर टेबल पर बैठे अफसर या कर्मचारी को रिश्वत दे देते हैं। इंग्लिश मीडियम के स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने वाला स्टूडैंट देश के इस भ्रष्टाचार सिस्टम को स्वीकार करने को तैयार नही हैं। स्कूल से दसवीं और बारहवी कक्षा पास करने वाले स्टूडैंट को भारत देश में अपना उज्जवल भविष्य दिखाई नहीं दे रहा। इन्ही कारणों के चलते देश का युवा विदेशों में जा कर अपना उज्जवल भविष्य बनाना चाहता हैं। विदेश में जाकर स्टडी करने और रोजगार की इच्छा पाले वह कोशिश करता रहता हैं। अपने बच्चे के उज्जवल भविष्य और उसकी इच्छा को पूरी करने के लिए परिवार वाले कर्ज लेकर विदेश भेजने को मजबूर हो जाते हैं। परिवार के लोग भी भ्रष्टाचार सिस्टम और देश में बढ़ रही बेरोजगारी को देखते हुये चाहते हैँ कि उनका बच्चा किसी तरह विदेश ही चला जाये। कई लोगों को बच्चे को विदेश भेजने के लिए अपनी जमीन भी बेचनी पड़ती हैं। हलांकि अगर गहराई से विचार किया जाये तो जिस तरह देश का युवा विदेशों में जा रहा हैं, यह रुझान भारत देश के लिए ठीक नहीं हैं। इसका आने वाले समय में देश और पारिवारिक संबंधो पर दिखाई देने लगेगा। देश की सरकारों और राजनितिक नेताओं को इस बारे में गंभीरता से सोचना होगा।