भारत को मुफ्त बिजली देश को अंधकार में ले जाएगी
भारत देश में चुनावी मौसम के समय राजनितिक पार्टिया यहाँ पहले काम करवाने के वायदे कराती थी। अब ज्यादातर राजनितिक पार्टिया आम जनता की वोट पाने के लिए मुफ्त बिजली, मुफ्त बस यात्रा, मुफ्त मोबईल – लैपटॉप, मुफ्त राशन और मुफ्त में रुपये देने के वायदे करने लगी हैं। मुफ्त के वायदे हर चुनावी स्टेज पर बड़ी शान से किये जाते हैं। कोई हर महीने 100 यूनिट मुफ्त बिजली देने का वायदा करता हैं। दूसरी पार्टी का नेता 200 यूनिट बिजली मुफ्त देने को कह देता हैं। तीसरी किसी पार्टी का नेता 300 यूनिट बिजली देने का दावा कर देता हैं। देश में एक अजीब सा चलन चलाने की कोशिश की जा रही हैं। किसी भी पार्टी के पास कोई मास्टर प्लान नहीं होता कि वह मुफ्त बिजली, मुफ्त बस यात्रा, मुफ्त मोबईल – लैपटॉप, मुफ्त राशन और मुफ्त में रुपये के अलावा मुफ्त के वयादो पर जो सरकार के ऊपर आर्थिक बोझ पड़ेगा। उस आर्थिक घाटे को पूरा करने के लिए क्या किया जायेगा। जनता को जो मुफ्त का लालच दिया जा रहा हैं , वह धन कहां से पैदा किया जायेगा।
करोना काल के बाद करीब करीब सभी राज्य सरकारें आर्थिक तंगी से गुजर रही हैं। कई राज्य पर तो पहले से ही कई गुणा कर्ज हैं। राज्य में अलग अलग विभागों से आने वाले टैक्सों की आमदनी का ज्यादातर हिस्सा कर्ज की किश्तें देने में चला जाता हैं। देश में दिल्ली, पंजाब, तमिलनाडु और राजस्थान जैसे राज्य आर्थिक संकट का सामना कर रहे हैं। इस सबके बावजूद हर चुनाव में मुफ्त के वायदे विभिन्न राजनितिक पार्टिया आम जनता से कराती हैं। अगर हम देश में बिजली की बात करें तो बिजली मंत्री आर के सिंह ने मिडिया प्लेटफार्म में बताया की इस समय 2.15 लाख मेगावाट बिजली की मांग हैं। पिछले साल से तुलना करे तो उस समय 25 हज़ार मेगावाट बिजली की काम मांग थी। इस तरह हर साल देश में बिजली की मांग बढ़ती रही तो आने वाले समय में देश के लोगों की गंभीर हालातों का सामना करना पड़ सकता हैं। बिजली मंत्री का यह भी कहना हैं राज्य सरकारों पर 1.35 लाख करोड़ रूपये का बकाया हैं। इसमें 75 हज़ार करोड़ रुपये सिर्फ सब्सिडी वाले हैं। उन्होंने कहा मुफ्त बिजली का चलन देश की अंधकार में ला सकता हैं और यह देश के लोगों के लिए बहुत खतरनाक होगा।
पंजाब राज्य में चुनावों के दौरान बड़े पैमाने पर मुफ्त बिजली देने का वायदा किया गया। चुनावों के नतीजों में आप पार्टी की सरकार बन गई। अभी हाल ही में मुफ्त बिजली के वायदे को लागू कर दिया गया। हालॉंकि मुफ्त बिजली का फायदा कुछ परिवारों को मिलना शुरू हो गया। मुफ्त बिजली के वायदे को लागू करने के बाद पंजाब सरकार पर कुल बिजली सब्सिडी का बोझ 13,443 करोड़ रुपये हैं। कहा जा रहा हैं चालू वित्त बर्ष में यह बढ़ कर 15,846 करोड़ हो जायेगा।