
भारत में रेप करने वालों को तालिबानी सज़ा देनी चाहिये
महिलाओं से रेप की घटना कब रुकेगी, कानून का डर नहीं दिखता
दुनिया में आज का दौर अजीब सा चल रहा हैं। हर तरफ आपरधिक घटनाये देखने को मिल रही हैं। रोजाना ऐसी घटनाये सोशल मिडिया में भरी होती हैं। अखबार में छपने से पहले सोशल मिडिया से पढ़ने या देखने को मिल जाती हैं। भारत में भी आपराधिक गतिविधियों वाले समाचार को भरमार होती हैं। अगर बात करें महिलाओं पर किये जाने वाले अत्याचार की तो इसका ग्राफ आये दिन बढ़ता जा रहा हैं। हालत यह कि एक दिन में कितने रेप जैसी धिनौनी घटना घटित होती हैं कोई आंकड़े से नहीं बता सकता। देश में लड़कियों से रेप किये जाने कई मामलोँ को डराकर, लालच देकर दबा दिया जाता हैं। कई बार तो गरीब परिवारों को रेप का मामला दर्ज करवाने के लिये थानों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। निर्भया से गैंगरेप की घटना ने भारत देश को झिझोर कर रख दिया था। इसी घटना के बाद देश की बेटियों की सुरक्षा के लिए सख्त कानून बनाया गया। लेकिन अफ़सोस की बात हैं कि उसके बाद भी निर्भया जैसी बेहद धिनौनी रेप की घटनाये होती जा रही हैं। हवस के दरिंदों को कानून का डर ही नहीं हैं। रोजाना यह हवस के दरिंदे लड़कियों से बलत्कार जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। छोटी छोटी उम्र की बच्चियां दरिंदो का शिकार बन रही हैं। कुछ मामले तो ऐसे भी सामने आ रहे हैं जिसमें रेप करने के बाद पीड़िता को जिन्दा जला दिया गया। ऐसी घटना इंसानियत पर ही सवाल उठती हैं। घटना होने पर कुछेक मामलों में राजनीति पार्टियों के नेता मिडिया में आकर निंदा करते हैं, आम जनता भी दुःख जताती हैं। मिडिया में दो-चार बार समाचार छपते हैं। इस सबके बाद फिर सुर्खिया बने रेप के मामले को भुला दिया जाता हैं। असल में सभी घटना की निंदा कर देने मात्र को ही अपना फर्ज समझ कर चुप हो जाते हैं। जब फिर कोई ऐसी धिनौनी रेप की घटना होती हैं तो दोबारा निंदा करने के लिए खड़े हो जाते हैं। आम जनता का यही व्यवहार हवस के दरिंदों का डर खत्म कर रहा हैं। हैरानी की बात तब होती हैं हम में से ही कुछ लोग रेप करने वाले दरिंदों का बचाव करने लगते हैं। फिर उनको मानव अधिकार याद आ जाता हैं। हवस के दरिंदों को तालिबानी सज़ा देनी चाहिये, तभी इनके दिलों दिमाग पर डर बैठेगा। ऐसे दरिंदों को शहर के चौक पर आम लोगों के सामने सजा देनी होगी।
झारखंड में फिर से एक ओर दरिंदे ने पेट्रोल कांड को अंजाम दे दिया। अगस्त महीने में भी अंकिता नामक लड़की ने बात करने से मना किया तो घर में सोते समय पेट्रोल छिड़क कर आग के हवाले कर दिया गया। इस बार झारखंड के दुमका इलाके में शादीशुदा व्यक्ति ने धिनौनी घटना को अंजाम दिया। वह 19 बर्षीय मारुति नमक युवती पर शादी करने का दबाव बना रहा था। उस व्यक्ति का कहना था की उसकी भले ही शादी हो चुकी है, लेकिन वह फिर भी युवती से शादी करना चाहता हैं। मारुति के परिवार ने शादी करने से माना कर दिया। जिसके बाद बिना किसी डर के चलते वह युवती और उसके परिवार को धमकियां देने लगा। मौका पाते ही वह दरवाज़े की कुंडी तोड़कर घर में घुस गया, उस समय युवती सोई हुई थी। उस दरिंदे ने गहरी नींद में युवती पर पेट्रोल डाल कर आग लगा दी। पीड़िता के शरीर में आग लगी तो उसकी आँख खुल गई। उसने राजेश नमक व्यक्ति को घर से भागते देखा। पुलिस ने बुरी तरह सर झुलस चुकी युवती के बयान मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में दर्ज किये। युवती मारुति भी जिंदगी की जंग हार गई। इसी कितनी ही बेटियां बिना किसी गलती ऐसे दरिंदों के कारण तड़फ तड़फ कर अपनी जान दे देती हैं। घटना के बाद जब पीड़िता मर जाती हैं तो नेता ” बेटी हम शर्मिदा हैं” बस यह कह कर चुप हो जाते हैं।
हद है कोई ऐसे रोकने की बात क्यों नहीं करता। देश में सिर्फ कानून बना देने से कुछ नहीं होगा। हवस के दरिंदों के लिये शहर के चौराहे पर सरेआम सख्त से सख्त देने का कानून लागू होना चाहिये। हमारे देश में अभी माँ दुर्गा के नवरात्र में सभी ने बच्चियों को देवी के रूप में पूजा हैं। इन हवस के दरिंदों ने माँ दुर्गा के पावन दिनों को भी नहीं बख्शा। मध्य्प्रदेश के रीवा जिले में दुर्गा पूजा से घर लौट रही एक युवती के साथ 6 दोस्तों ने मिलकर गैंगरेप जैसी धिनौनी घटना को अंजाम दिया। हवस के दरिंदों ने बारी बारी युवती से दुष्कर्म किया और इस घटना का वीडियो भी बनाया। इस सब से युवती इतना ज्यादा डर गई की उसने परिवार को कुछ नहीं बताया। दरिंदों में कितना खौफ है यह इस बात से पता चलता हैं, उन्होंने घटना के दो दिन के बाद गैंगरेप का वीडियो युवती के परिवार को व्हाट्सएप में सेंड कर दिया। उसके बाद जब पुलिस अधिकारियों ने वीडियो देखा तो वह मामला समझ गये। युवती बहुत ज्यादा सहमी हुई थी, जिसके चलते महिला पुलिस अधिकारियों ने उसे कई बार समझाया। तब कहीं जाकर युवती साड़ी घटना के बारे में बता पाई। 5 अक्तूबर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। सरकार ने गैंगरेप की घटना का संज्ञान लेते हुए आरोपियों के घर पर बुलडोजर की कार्रवाई के आदेश जारी कर दिये। सरकार की इस पहलकदमी से ऐसी घटिया सोच वालों पर कितना असर पड़ेगा, यह आनेवाला समय ही बतायेगा।
देश में ऐसे हवस के दरिंदे खुलेआम घूम रहे हैं। जिस तरह रोजाना बेटियों को हवस का शिकार बनाया जाता हैं। इसे देख कर लगता हैं कि देश के लोगों को एकजुट होकर हवस के इन दरिंदों के खिलाफ खड़ा होना पड़ेगा। एक ऐसा अभियान चलना पड़ेगा, जिससे वह कभी ऐसी धिनौनी हरकत के लिये हिम्मत ना कर पाये।